ठंडी हवाएं -22-Jan-2022
ठंडी हवाएं
ठंडी हवाएं है बही ऐसी,
सांसों में इक हलचल हुई ऐसी,
तुझसे मिलने की याद हुई ऐसी,
पिया मिलन की आस जगी दिल में,
एक विरहन तुझ्से मिलने को तड़प रही है,
ठंडी हवाएं है बही ऐसी,
रातों में छमक छमक बारिश बरसे,
मेरा दिल तेरे प्रेम को तड़पे,
बस तुझसे मिलने की आस है,
बस तू ही एक मेरे दिल के पास है।।
प्रिया पाण्डेय "roshn
Punam verma
23-Jan-2022 09:29 AM
Nice
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Sudhanshu pabdey
23-Jan-2022 09:06 AM
Nice
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Swati chourasia
23-Jan-2022 08:34 AM
Very nice 👌
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